माना कि,घर चलाने की जिम्मेदारी हूँ पर, कोई वस्तु नहीं मैं नारी हूँ। माना कि,घर चलाने की जिम्मेदारी हूँ पर, कोई वस्तु नहीं मैं नारी हूँ।
माँ से लेकर संगिनी हूँ मैं हर रिश्ते में बसी रागिनी हूँ मैं माँ से लेकर संगिनी हूँ मैं हर रिश्ते में बसी रागिनी हूँ मैं
हाँ हाँ मैं नारी हूँ, इस सृष्टि को चलाने वाली, लगती सबको प्यारी हूँ। हाँ हाँ मैं नारी हूँ, इस सृष्टि को चलाने वाली, लगती सबको प्यारी हूँ।
ये बदलाव की घड़ी है जागो सभी नारी, न दरिंदे चाहिए न ही कोई बलात्कारी। ये बदलाव की घड़ी है जागो सभी नारी, न दरिंदे चाहिए न ही कोई बलात्कारी।
कुचली गई थी समस्त औरत जात जहाँ औरत ने औरत पर अत्याचार किया। कुचली गई थी समस्त औरत जात जहाँ औरत ने औरत पर अत्याचार किया।
मैं नारी हूं छली गई हूँ सदियों से ही अपनों से, कभी सीता बन भटकी हूँ मैंं वन-वन! मैं नारी हूं छली गई हूँ सदियों से ही अपनों से, कभी सीता बन भटकी हूँ मैंं वन-व...